वक्री बुध और अन्य वक्री ग्रहों का गोचर फल….

Planets

28 अप्रेल को वक्री हुआ बुध 22 मई को मार्गी हो जाएगा। वक्री और मार्गी होने के कारण 3 अप्रेल से यह ग्रह मेष राशि में ही बना हुआ है।  इस कारण यह समय ऐसे जातकों के लिए भी महत्त्वपूर्ण है जिनकी कुंडली में शनि मंगल या बुध की दशा-भुक्ति या अंतर होगा।

सोमवार व्रत का महात्म्य जानिये

इस दौरान शनि स्वजयं वक्री है जो कि इस वर्ष के  लगभग अंत तक वक्री ही रहेगा। गुरू 9 मई को मार्गी होगा लेकिन मंगल सितंबर तक वक्री ही रहने वाला है। इस ग्रह दशा में बुध का मार्गी होना एक महत्वलपूर्ण घटना है जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों को महसूस होगा।
12 राशियों के जातकों पर इस का प्रभाव इस प्रकार है:

शुक्रवार व्रत का महात्म्य जानिये

वृषभ: 9 मई के बाद कई मामलों में आपको राहत मिलेगी। लेकिन कार्यक्षेत्र में चल रहा संघर्ष वैसा ही रहेगा। आपके काम को नजरअंदाज किया जाएगा और आपके सीनियर आपकी उपेक्षा कर सकते हैं। वैवाहिक जीवन में भी तनातनी बरकरार रहेगी। परिवार के किसी सदस्यै के बीमार होने के कारण अस्पकताल के चक्कार भी लगाने पड़ सकते हैं साथ ही धन व्य य के भी योग हैं।

गुरु वार व्रत का महात्म्य जानिये

कर्क: आपको बहुत ज्या।द चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन कार्यक्षेत्र में चल रहा संघर्ष बरकरार रहेगा। दोस्तों  से हर क्षेत्र में सहायता मिलेगी। 9 तारीख के बाद भाग्यष आपका साथ देना शुरू कर देगा। लेकिन भाग्य  से ज्यायदा आपको अपनी क्षमता पर विश्वाास होना चाहिए। दुर्घटना के भी योग हैं इसलिए सड़क पर सावधान रहें। अचानक धन प्राप्तिो भी इस दौरान संभव है।

 

आगे पढ़िए